*भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की पैरवी करता रहूंगा धीरेंद्र शास्त्री ने युवाओं से किया आह्वान*
*सुल्तानपुर बिजेथुआ महावीरन पहुंच कर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने किया बजरंगबली का दर्शन पूजन*
अनिल मिश्र
बागेश्वर पीठाधीश्वर शुक्रवार को सुलतानपुर पहुंचे। विजेथुआ धाम पर आयोजित महोत्सव में भाग लेने के लिए अमहट हवाई पट्टी पर बागेश्वर पीठाश्वर धीरेन्द्र शास्त्री का आगमन हुआ। यहां भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी सहित अन्य नेताओं और जिला प्रशासन ने उनका स्वागत किया।
इस दौरान जय श्रीराम और बागेश्वर सरकार के नारे लगे। लोगों में अपने आराध्य दर्शन की उत्सुकता साफ झलक रही थी।धीरेंद्र शास्त्री के चार्टर्ड प्लेन से उतरने के बाद भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया।
 बिजथुआ महोत्सव में पहुंचने से पहले धीरेंद्र शास्त्री धाम पहुंच कर हनुमान जी का दर्शन पूजन और आरती उतारे। यहां जिले भर से श्रद्धालु धीरेंद्र शास्त्री को सुनने और झलक पाने के लिए पहुंचे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने पत्रकारों से भी बातचीत की। इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने कहा, “मैं भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की पैरवी अपने जीवन के अंतिम क्षण तक करता रहूंगा। यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं का संकल्प है।” उन्होंने आगे कहा कि हिंदू धर्म के आदर्शों और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी रहेंगे। धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के गौरव की रक्षा के लिए उन्होंने युवाओं से आह्वान किया। इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मंगलवार को प्रेमानंद महाराज से मिलने वृंदावन स्थित श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पहुंचे। उन्होंने संत का कुशलक्षेम जाना और आध्यात्मिक चर्चा की। जब धीरेन्द्र कृष्ण ने उनको बताया कि वह मुंबई में थे और मायाजाल में फंसे थे, तब प्रेमानंद महाराज ने कहा कि आप भगवान के पार्षद हैं और पार्षद माया से मुक्त करते हैं। आह्वान किया कि जहां आप जाएं वहां भगवत नाम का प्रचार प्रसार करें, इससे माया दूर हो जाती है।
बिजथुआ महोत्सव में पहुंचने से पहले धीरेंद्र शास्त्री धाम पहुंच कर हनुमान जी का दर्शन पूजन और आरती उतारे। यहां जिले भर से श्रद्धालु धीरेंद्र शास्त्री को सुनने और झलक पाने के लिए पहुंचे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने पत्रकारों से भी बातचीत की। इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने कहा, “मैं भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की पैरवी अपने जीवन के अंतिम क्षण तक करता रहूंगा। यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं का संकल्प है।” उन्होंने आगे कहा कि हिंदू धर्म के आदर्शों और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी रहेंगे। धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के गौरव की रक्षा के लिए उन्होंने युवाओं से आह्वान किया। इससे पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मंगलवार को प्रेमानंद महाराज से मिलने वृंदावन स्थित श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पहुंचे। उन्होंने संत का कुशलक्षेम जाना और आध्यात्मिक चर्चा की। जब धीरेन्द्र कृष्ण ने उनको बताया कि वह मुंबई में थे और मायाजाल में फंसे थे, तब प्रेमानंद महाराज ने कहा कि आप भगवान के पार्षद हैं और पार्षद माया से मुक्त करते हैं। आह्वान किया कि जहां आप जाएं वहां भगवत नाम का प्रचार प्रसार करें, इससे माया दूर हो जाती है।

 
									 
		 
		 
		