*कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई*
*तीन फर्म संचालकों पर लुकआउट नोटिस*
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*अरुण कुमार जायसवाल *
जनपद में कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में तीन फर्म संचालकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। जांच में नाम सामने आने के बाद से तीनों आरोपी फरार चल रहे हैं। वहीं, अन्य जिले से गिरफ्तार आरोपी भोला जायसवाल की रिमांड भी पुलिस को मिल गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध दवा कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख एवं सहायक पुलिस अधीक्षक गोल्डी गुप्ता ने बताया कि कोडीन युक्त कफ सिरप के दुरुपयोग और अवैध आपूर्ति के संबंध में सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि तीन फर्म मालिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए हैं, जिससे आरोपी जिले से बाहर या देश छोड़कर फरार न हो सकें।
गोल्डी गुप्ता ने बताया कि आरोपियों द्वारा एफआईआर निरस्त कराने के लिए न्यायालय में याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार आरोपी भोला जायसवाल की रिमांड मिली है और उसे 21 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा। एसआईटी भोला जायसवाल से पूछताछ के लिए 14 दिन की कस्टडी रिमांड की मांग करेगी।
एसआईटी प्रमुख ने बताया कि जनपद में कोडीन युक्त कफ सिरप से जुड़े दो मुकदमे दर्ज हैं। इस प्रकरण में कुछ अभियुक्तों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं, ताकि वे देश छोड़कर न जा सकें। साथ ही न्यायालय के आदेश के अनुपालन में उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
इधर, इस मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के विधायक आर.के. वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगाए गए उन आरोपों को खारिज किया है, जिनमें कोडीन कफ सिरप प्रकरण में समाजवादी पार्टी के लोगों की संलिप्तता की बात कही गई थी।
विधायक आर.के. वर्मा ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से बातचीत में आरोप लगाया कि पिछले सात–आठ वर्षों से कोडीन कफ सिरप प्रकरण में संलिप्त लोगों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त था। उन्होंने कहा कि अब जब यह बात उजागर हो गई है कि सिरप में मानक से अधिक सल्फेट पाया गया है, तो सरकार जवाब देने से बच रही है। उन्होंने दावा किया कि सल्फेट एक नशीला पदार्थ है, जो मस्तिष्क के नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है और इसकी वजह से देश के कई युवा नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं।
