*संत पंकज जी महाराज ने सत्संग में नशा मुक्ति एवं चरित्र उत्थान का दिया संदेश*
प्रेम शर्मा

शाहगंज: क्षेत्र के ताखा पश्चिम जोगी बांध स्थित एक विद्यालय में रविवार को आयोजित सत्संग के दौरान जय गुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष संत पंकज महाराज ने मांसाहार छोड़कर शाकाहार अपनाने, नशा त्यागने व चरित्र उत्थान का संदेश दिया।जय गुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष संत पंकज महाराज की जनजागरण यात्रा में शामिल लोग एक महिला महाविद्यालय में ठहरे हैं। इस बीच रविवार को आयोजित सत्संग में संत पंकज महाराज ने कहा कि संतों का संग वह जल है, जिसमें कर्मों की गंदगी धुल जाती है और विवेक जागृत हो जाता है। उन्होंने कहा कि आत्मा चार प्रकार के शरीरों में बंधी है और मृत्यु के बाद जाति, भाषा या देश का कोई भेद नहीं रहता। इसलिए जीते जी प्रभु की प्राप्ति करने वाले संत-महात्माओं की तलाश कर आत्मकल्याण करना चाहिए। उन्होंने समाज में फैली हिंसा और अपराध का कारण अशुद्ध खान-पान और महापुरुषों की शिक्षाओं से दूरी बताया। उन्होंने लोगों से मांसाहार और शराब जैसे व्यसनों से दूर रहने का आग्रह किया। उन्होंने आगरा-दिल्ली बाईपास, मथुरा स्थित बरदानी जयगुरुदेव मंदिर पर 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक आयोजित होने वाले जयगुरुदेव पावन वार्षिक भंडारा सत्संग मेले में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। इससे पहले संत पंकज महाराज का ऋषिदेव श्रीवास्तव, सूर्यबली सिंह, दल सिंगार, अखिलेश यादव, जगतपाल यादव, बालकृष्ण शुक्ला, संगम लाल, गयादीन पटेल, मिथिलेश यादव, सुभाष यादव, भानु प्रताप आदि ने पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया। सत्संग के बाद धर्म यात्रा अपने अगले पड़ाव खुटहन मार्ग स्थित कौड़िया चौराहा के लिए रवाना हो गई।