आदर्श नगर पंचायत कोइरीपुर में गजब का हो रहा खेला

आदर्श नगर पंचायत कोइरीपुर में गजब का हो रहा खेला।

कोइरीपुर, चांदा…आप सबके जानकारी के लिए हम बता दें बात कर रहे है आदर्श नगर पंचायत कोइरीपुर वार्ड रामनगर का जहां दांतों तले उंगली दबाने वाला खबर उभर कर सामने आ रहा है,आप सभी को जानकार आश्चर्य होगा कि नगर पंचायत में जहां पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि द्वारा वर्तमान में हुए चुनाव में दावा किया जा रहा था कि सरकारी जमीनों का सौदा कर दिया जा रहा है, वहीं कई बात ऐसी चौंकाने वाले सामने निकल कर आ रहे है जो आपको सोचने पर विवश कर देंगे। जी हां ऐसा ही कुछ कारनामा वार्ड रामनगर में कोइरीपुर बाजार से निकल कर शिवाला के रास्ते पर शुक्ला बस्ती में स्थिति शिव मंदिर को जाने वाले मार्ग की है ,जहां वर्तमान चेयरमैन द्वारा नाली एवं इंटरलॉकिंग का कार्य होने जा रहा था कि अचानक से कार्य पर विराम लग गया ।आइए आपको बताते है कि सरकारी कार्य पर विराम किसने और क्यों लगाया ।

चक मार्ग संख्या 679 और चक मार्ग संख्या 1132 दोनों 15वा वित्त आयोग की मदद से नाली व इंटरलॉकिंग कार्य होना है, फर्म का आरोप है कि कार्य प्रारंभ करने पर उत्तर पवन कुमार जायसवाल एवं दक्षिण में सगीर,सफीक, व सईद द्वारा अवरोध उत्पन किया जा रहा है,जिसके कारण कार्य रुका हुआ है जिसमें दोनों पक्षों का स्वामित्त का विवाद चल रहा है ,विवाद को खत्म करने के लिए 15/12/2024को लेखपाल , नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि कासिम राईन, नगर के लोगों के बीच नाप चालू किया गया और नाप के पश्चात यह निष्कर्ष निकला कि वर्तमान में जो खड़ंजा बिछा हुआ था वह पवन कुमार जायसवाल जी के चक में बना हुआ था और सरकारी सेक्टर जो कि 4 मीटर का खड़ंजा दक्षिण दिशा में सगीर,सईद, सफीक के कब्जे वाले खेत में निकल रहा है जो उन लोगों द्वारा सरकारी चक पर अतिक्रमण किया गया है , किंतु लेखपाल द्वारा नापा गया भू -भाग तब उलझ गया जब लेखपाल अपने ही नाप को उचित नहीं ठहरा पा रहे थे प्रतिनिधि द्वारा लेखपाल से कहा गया अगर नाप पूरा हो चुका हो तो अब आप हमारा खड़ंजा हमें सौंप दे ताकि उस पर कार्य शुरू कर दिया जाए किंतु लेखपाल द्वारा कहा गया कि कब्जे की अनुमति नहीं देंगे और विवाद वही और बढ़ गया अब दोनों पक्षों में तकरार आमने सामने हो गया ।

विवाद उलझता देख कर अधिशासी अधिकारी सचिन कुमार पाण्डेय ने उप जिलाधिकारी लंभुआ को पत्र लिखकर पुलिस बल की मौजूदगी में चकमार्गो की पैमाईश कराने की मांग किया ताकि चकमार्ग पर अतिक्रमण कार्य को अवरोध मुक्त कराया जा सके उपजिलाधिकारी द्वारा आदेश भी किया गया किंतु लेखपाल द्वारा मिले आदेश को किन कारण बस नजर अंदाज किया जा रहा है यह बात सोचने योग्य है राजस्व कर्मचारी इस तरीके से गुठली मार रहे है जो कई संदेहों को जन्म दे रहे है ,जो कार्य जल्द से जल्द खतम करना चाहिए उस काम को इतना किस लाभ से लेखपाल उलझा रहे है इन बिंदुओं पर जब प्रतिनिधि उनसे बात करते है तो ओ बात टाल मटोल कर यह बता देते है कि अभी ओ यह व्यस्त है वहां व्यस्त हैं अभी समय नहीं है इन सब का क्या मतलब निकलता है ,जब सरकारी भू भाग को लेकर इतनी लापरवाही बरती जा रही हैं तो आम जन मानस के साथ हो रहे इस तरीके के लापरवाही की कोई सीमा नहीं है क्या यह विवाद ऐसी ही चलता रहेगा या नगर पंचायत अपने सही चक मार्ग को छोड़ कर पुराने चक मार्ग पर ही आश्रित होगा।

तो क्या यह न्याय संगत है कि किसी के जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाए जबकि सरकारी चक मार्ग पर दूसरे पक्ष का अतिक्रमण दिखाई दे रहा हो ।।देखना है अब क्या निर्णय निकल कर सामने आता है क्या शासन -प्रशाशन अपने सेक्टर चक मार्ग को अतिक्रमण मुक्त करवा पाता है अथवा विवाद का यह स्थिति बना रहता है ।।

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जिला संवाददाता शुभम् कौशल

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