*दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद खाली हाँथ रही SDRF टीम नहीं मिला शव*
*लम्भुआ सुल्तानपुर*

लम्भुआ कोतवाली के अहिरौली निवासी प्रदीप उम्र लगभग 29 वर्ष की धोपाप मे स्नान करते समय डूबने की सूचना पर पुलिस प्रसाशन गोताखोरो के साथ ढूंढने का भरपूर प्रयास की खाली हाँथ रहने पर लखनऊ की SDRF टीम को बुलाया गया की टीम 13 जुलाई से 15 जुलाई तक डूबने के स्थान से लेकर जौनपुर बार्डर तक ढूंढने का प्रयास करती रही अंत मे SDRF टीम को बड़ी मेहनत के बाद भी खाली हाँथ वापस होना पड़ा इधर परिवार वालो का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है प्रदीप के दो छोटे छोटे बच्चों के साथ प्रदीप के पिता की भी रो रो कर बुरा हाल है परिवार वालो ने बताया की पत्नी से थी लगभग 4 वर्ष से अनबन थी जिसके कारण प्रदीप 18 माह से अपने बच्चो को लेकर किसी तरीके से जीवकोपार्जन कर रहा था,लम्भुआ तहसील प्रसाशन खाना पूर्ति करता दिखा,तहसीलदार देवानन्द तिवारी और उपजिलाधिकारी विदुषी सिंह से क्षेत्र परिवार समेत ग्रामीणों मे भी रोष दिखा लोगो ने बताया की अभी तक इतनी बड़ी घटना
होने के बाद भी उपजिलाधिकारी महोदया यहाँ आना उचित नहीं समझी ना ही परिवार के साथ खड़ा होना उन्हें उचित लगा तहसीलदार द्वारा मात्र खाना पूर्ति की गई परिवार की आर्थिक स्थिति बद से भी बत्तर है। वहीं पुलिस विभाग से लम्भुआ कोतवाली क्षेत्र से उप निरीक्षक विमल कपूर, उमेश यादव,राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार, लेखपाल अनुराग गोस्वामी, सर्किल के राजस्व निरिक्षक आदि मौजूद रहे।
SDRF के टीम प्रभारी उप निरीक्षक अश्वनी कुमार मिश्रा और उनके साथ आए आरक्षीगण बृजेश कुमार अमरपाल सिंह राहुल कुमार अवनेश कुमार जयबिंद राज्य कुमार दिव्यरोशन सुजीत शुक्ला शिवम कश्यप मडिंन्द्र नाथ अंकुर खरवार साथ में आरक्षित चालक कृष्णा भारती और सुधीर कुमार आदि ने खूब मेहनत की लेकिन नदी का जलस्तर होने के कारण सफलता नहीं मिली।