*सूखे पड़े तालाब,तपती धूप में पानी को तरस रहे बेसहारा पशु-पक्षी*
*पशु-पक्षी प्रेमियों को नहीं हैं इन बेसहारा पशु-पक्षियों की चिंता,*
*सूखे पड़े तालाबों को भरवाने के लिए नहीं उठाए जा रहे कोई कारगर कदम*
अशोक कुमार वर्मा
*लम्भुआ सुलतानपुर।*
जहां केंद्र सरकार द्वारा गांवों में तालाबों का अस्तित्व बरकरार रखने के लिए मनरेगा के तहत कार्य कराने की योजना संचालित की गई। सौंदर्यीकरण के नाम पर काफी धनराशि मुहैया कराई गई। इसी के तहत लंभुआ ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत मदनपुर पनियार सहित कई गांवों में तालाबों की खुदाई कराई गई थी। पानी के अभाव में पशु पक्षियों के लिए पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है।
गर्मी की शुरुआत के साथ ही अधिकांश तालाब सूखे पड़े हैं। इनके भरवाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ऐसे में एक ओर जहां पशु, पक्षियों के समक्ष संकट खड़ा हो गया है। तो दूसरी ओर पशु पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पशुपालकों को भी अपने पालतू मवेशियों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। इनके भरवाने के लिए नहर व ट्यूबवेल ही साधन हैं। तालाबों के न भरने से ग्रामीण चितित दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक इनमें पानी नहीं छोड़ा जा सका जिससे इन पर निर्भर पशु, पक्षियों को राहत मिल सके।
वैसे स्थानीय सांसद मेनका संजय गांधी पशु प्रेमी है और इस समय चुनावी पर्व के कारण वह जीरो ग्राउंड पर सड़क सड़क, गली-गली, गांव-गांव तक जा भी रही है। देखना है कि हकीकत से रूबरू होने के बाद सांसद महोदया की तरफ से इस समस्या पर क्या पहल की जाती है?