*पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी लापरवाही*
*जौनपुर के व्यक्ति का शव फतेहपुर ले गए परिजन, बीच रास्ते में खुली पोल*
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*अरुण कुमार जायसवाल (जिला ब्यूरो)*
प्रयागराज। पोस्टमार्टम हाउस में गुरुवार को लापरवाही का ऐसा मामला सामने आया, जिसने व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया। जौनपुर निवासी एक व्यक्ति का शव गलती से फतेहपुर के परिजनों को सौंप दिया गया। मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया। सौभाग्य से समय रहते गलती का पता चल गया और शव को रास्ते से ही वापस पोस्टमार्टम हाउस बुला लिया गया।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस में रोज की तरह शवों के आने-जाने का सिलसिला जारी था। इसी दौरान फतेहपुर के खागा विजयनगर रेलवे कॉलोनी निवासी जितेंद्र कुमार केसरवानी (40 वर्ष) तथा जौनपुर के मीरगंज निवासी अवधेश कुमार उमरवैश्य (57 वर्ष) के शवों का पोस्टमार्टम किया गया।
जितेंद्र की मौत ट्रैक पर काम करते समय कालिंदी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई थी, जबकि अवधेश की मौत सड़क हादसे में हुई थी।
पोस्टमार्टम के बाद दोनों शवों को सील कर परिजनों को सौंपा जा रहा था, इसी दौरान बड़ी चूक हो गई। जितेंद्र के परिजन गलती से अवधेश का शव लेकर फतेहपुर के लिए रवाना हो गए। कुछ देर बाद जब अवधेश के परिजनों को शव दिया गया और उन्होंने चेहरा देखने की मांग की, तो उन्हें पता चला कि शव किसी अन्य का है। इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई।
प्रशासन ने तत्काल तीन शव लेकर निकले सभी वाहन चालकों और परिजनों से मोबाइल पर संपर्क कर शव की पहचान करने और तुरंत वापस लौटने को कहा। बांदा और बारा शव ले जा रहे परिवारों ने रास्ते में ही गाड़ी रोककर शव की पहचान की और अपने-अपने परिजनों का शव पाए जाने की पुष्टि की।
उधर, फतेहपुर जा रहे जितेंद्र कुमार के परिजन जब सुलेमसराय पहुंचे, तो शव की शिनाख्त करते ही उनके होश उड़ गए। शव किसी और का था। वे तुरंत पोस्टमार्टम हाउस लौटे, जहां दोनों शवों की अदला-बदली की गई। इसके बाद दोनों परिवार अपने-अपने परिजन का शव लेकर रवाना हुए।
घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठ रहे हैं। प्रशासन ने संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
