*छात्रा की मौत के बाद से, पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पसरा सन्नाटा*
प्रेम शर्मा

जौनपुर:पूर्वांचल विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई छात्रावास में एमएससी बायोटेक अंतिम वर्ष की छात्रा शिवांगी मिश्रा की मौत के बाद परिसर सहित छात्रावासों में बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा।शोक में जहां विश्वविद्यालय बंद रहा वहीं हर तरफ घटना की चर्चा होती रही।
घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर परिसर में पीएसी जवानों के साथ ही अतिरिक्त आंतरिक सुरक्षा गार्डों की तैनाती रही। विश्वविद्यालय सुरक्षा गार्डों ने सतर्कता बरतते हुए परिसर में आने-जाने वाले बाहरी व्यक्तियों की कड़ी छानबीन शुरू कर दी है।
लक्ष्मीबाई छात्रावास में इस घटना के बाद छात्राओं में दहशत का माहौल है। जिस समय छात्रा ने आत्महत्या की। उस दौरान छात्रावास की तीन अन्य छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन तक डर व तनाव के चलते कई छात्राएं कुछ दिनों के लिए हास्टल छोड़कर घर चली गईं। इससे छात्रावास लगभग खाली हो गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रावास में दो-दो छात्राओं का ग्रुप बनाकर रहने की व्यवस्था की गई है, जिससे छात्राएं अकेलेपन या किसी अन्य संकट का सामना न करें। बावजूद इसके सवाल उठ रहा है कि क्या शिवांगी अकेले कमरे में थी। जिस समय उसने आत्महत्या की, उस समय उसकी रूममेट कहां थी। पुलिस इन सवालों की गहनता से जांच कर रही है।पूर्वांचल विश्वविद्यालय की छात्रा शिवांगी मिश्रा के आत्महत्या की सूचना के बाद जिला चिकित्सालय में स्वजनों से जानकारी लेते पुलिस अधीक्षक डाक्टर कौस्तुभ।
पुलिस का कहना है कि घटना को लेकर एक और सवाल उठ रहा है कि शिवांगी के मंगेतर के पास उसकी सहेली का नंबर कैसे पहुंचा। क्या इस घटना से पहले उससे कोई बातचीत हुई थी। पुलिस इसकी भी पड़ताल कर रही है। छात्रा की असमय मृत्यु से विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं गमगीन हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सभी लोग संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह के निर्देश पर कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बुधवार की सुबह आठ बजे शोकसभा कर अग्रिम आदेश तक विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया। प्रशासनिक कार्यालय भी बुधवार को शोक में बंद रहे। आत्महत्या के कारणों को स्पष्ट करने के लिए पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है, जिसमें व्यक्तिगत, पारिवारिक व विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कारण हैं।छात्रा शिवांगी मिश्रा की आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस उसके मोबाइल का काल डिटेल खंगाल रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घटना से पहले उसकी आखिरी बातचीत उसके मंगेतर आकाश से हुई। पुलिस अब इस काल के दौरान हुई बातचीत के बिंदुओं की छानबीन कर रही है, जिससे आत्महत्या की वजह साफ हो सके।
इसके साथ ही शिवांगी के दोस्तों व छात्रावास की वार्डन से भी पूछताछ हो रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन से भी जवाब मांगा जा रहा है कि क्या शिवांगी किसी तनाव में थी। इस घटना के बाद छात्राओं की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शिवांगी के दोस्तों व छात्रावास के स्टाफ से गहन पूछताछ की जा रही है। शिवांगी का भाई शिवम भी आत्महत्या के पीछे साजिश की आशंका जता रहे हैं।
शिवांगी सात भाइयों की इकलौती बहन थी। कुछ ही हफ्ते पहले घर में गोदभराई की रस्म हुई थी। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है। परिजन का कहना है कि उनकी बेटी मानसिक रूप से मजबूत थी और आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती थी। ऐसे में वे निष्पक्ष जांच जरूरी है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के हास्टल में यह पहली घटना है जब किसी छात्रा ने आत्महत्या की है, जिससे छात्राओं में भय का माहौल है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या विश्वविद्यालय प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा को लेकर और मजबूत कदम उठाएगा।
पुलिस ने शिवांगी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद आत्महत्या के कारणों पर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी।
शिवांगी की शादी 25 सितंबर को तय थी, जिसके लिए परिवार ने तैयारियां शुरू कर दी थी। हाल ही में गोदभराई की रस्म के बाद परिजन शादी की तैयारियों में जुटे थे। मंगेतर आकाश से उसकी फोन पर नियमित बातचीत होती थी, लेकिन घटना वाली रात आखिरी काल के बाद से सबकुछ बदल गया। घरवालों का कहना है कि शिवांगी इस शादी को लेकर बेहद उत्साहित थी। सगाई के बाद से ही वह अपने भविष्य को लेकर सपने बुन रही थी। ऐसे में आत्महत्या जैसे कदम से घरवाले भी स्तब्ध हैं।
जलालपुर क्षेत्र के कोतवालपुर गांव निवासी सुभाष मिश्र की पुत्री शिवांगी मिश्रा की मौत से परिवार में मातम पसरा है। मां अनीता शुक्ला को जैसे ही बेटी की मौत की खबर मिली वह बेसुध हो गईं। सुभाष मिश्र के दो संतानों में छोटा पुत्र शिवम मिश्र उर्फ शनि तथा बड़ी बेटी शिवांगी मिश्रा थी। शिवांगी ने वर्ष 2023 में पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। आखिरी बार शिवांगी होली की छुट्टी में घर आई थी।