जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षणरत डी.एल.एड. प्रशिक्षुओं हेतु परिषदीय विद्यालयों को प्रयोगशाला विद्यालय (लैब स्कूल) के रूप में प्रयोग किए जाने के लिए शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम

आज डायट परिसर में डी.एल.एड. प्रशिक्षुओं के शिक्षण कौशल विकास हेतु चिन्हित 6 प्रयोगशाला विद्यालय (लैब स्कूल) के शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ उप शिक्षा निदेशक /प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने किया l प्राचार्य द्वारा बताया गया कि डी.एल.एड. प्रशिक्षुओं का रोस्टर तैयार करके चिन्हित प्रयोगशाला विद्यालयों में नियमित रूप से भेजा जाएगा जहां प्रशिक्षु कक्षा संचालन व स्कूल प्रबंधन की वास्तविक स्थिति से परिचित हो सकेंगे एवं शिक्षा के क्षेत्र में आने वाले भविष्य की चुनौतियों का निवारण कर सकने में सक्षम हो सकेंगे तथा बच्चों को निपुण बनाने में सहायता प्रदान कर सकेंगे l वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. रवीन्द्र नाथ यादव ने प्रयोगशाला विद्यालय (लैब स्कूल) को व्यवहार से जोड़ते हुए छात्राओं का सीधा लाभ बताया l कार्यक्रम प्रभारी नीरज मणि तिवारी समस्त चिन्हित विद्यालय (लैब स्कूल) के स्टाफ को संबोधित करते हुए बताया कि प्रयोगशाला विद्यालयों में विद्यालय एवं प्रशिक्षु दोनों का दोहरा लाभ है जहां एक तरफ प्रशिक्षु कक्षा शिक्षण टी.एल.एम. निर्माण, शिक्षण योजना निर्माण, विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन, अभिभावक संपर्क, समय सारणी विकास, पुस्तकालय का उपयोग के बारे में जान सकेंगे, वहीं दूसरी तरफ विद्यालय के छात्रों की निपुण दक्षता बढ़ जाएगी l इस अवसर पर समस्त प्रवक्ता एवं चिन्हित विद्यालयों को समस्त प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, अनुदेशक, शिक्षामित्र आदि उपस्थित रहे l