*201 फुट ऊंचाई पर लहराएगी राम मंदिर की पताका, 16 मार्च को होगी राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक*
सुशील कुमार शुक्ला
*अयोध्या :* राम मंदिर के शिखर निर्माण से 161 फीट ऊंचाई होने के बाद ध्वज दंड लगाए जाने के बाद राम मंदिर की पताका 201 फुट की ऊंचाई पर लहराएगी. अप्रैल में पड़ रही रामनवमी के भव्य आयोजन कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न कराए जाएंगे. जिसकी योजना के लिए 16 मार्च को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक होगी. यह जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के डाॅ. अनिल मिश्रा ने साझा की.
डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि होली त्यौहार को लेकर अधिकतर श्रमिक छुट्टी पर अपने घर गए हुए हैं. 15 मार्च के बाद वापस आने के बाद कार्यों में तेजी आएगी. मंदिर के प्रथम तल और द्वितीय तल पर दरवाजे का कार्य शेष है. इसके अलावा शिखर में सात लेयर का कार्य बाकी है. अप्रैल में ध्वज दंड लगाने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाएगी. सम्पूर्ण मंदिर में 161 फुट तक पत्थर लगाए जाने के बाद मंदिर की ऊचाई 201 फुट होगी. परकोटे के सभी 6 मंदिरों का कार्य अंतिम चरण में है. जिसमें 90 प्रतिशत कार्य हो चुका है. मंदिर निर्माण के साथ सभी मंदिरों का निर्माण 15 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा. साथ ही धर्म ध्वज दंड लगाने का कार्य भी अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाएगा.
डॉ. अनिल मिश्रा के मुताबिक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक 16 मार्च को प्रस्तावित है. बैठक में नए सदस्यों को शामिल करने के साथ राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित होने वाले मूर्तियों की तिथि पर भी मंथन होगा. बैठक के दौरान मंदिर निर्माण से संबंधित सभी कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया जाएगा. साथ ही आगामी रामनवमी के उत्सव को लेकर योजना रचना तैयार की जाएगी.
डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर परिसर अति संवेदनशील है. इसकी सुरक्षा के लिए भारत सरकार और प्रदेश सरकार की सुरक्षा एजेंसियां तत्परता के साथ क्रियाशील हैं. हम प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्कैनर से गुजार कर उनके सामानों का परीक्षण करने के बाद ही दर्शन के लिए जाने देते हैं. एक-एक व्यक्तियों की विशेष चेकिंग की जाती है. पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरे से आच्छादित किया गया है. साथ ही दो कंट्रोल रूम के माध्यम से प्रदेश सरकार के सुरक्षाकर्मी पल की निगरानी करते हैं. योगी सरकार ने भी सुरक्षा एजेंसियों को सख्त दिशा निर्देश दे रखे हैं.