*छात्रवृत्ति की राह में रुकावट से बचें, सही दस्तावेज़ समय पर अपलोड करें!*
सुधा द्विवेदी
जौनपुर। जिले में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को आवेदन प्रक्रिया में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कई छात्रों द्वारा पिता की जगह स्वयं के नाम से आय प्रमाणपत्र बनाकर आवेदन करने की जानकारी सामने आई है, जिससे उनकी छात्रवृत्ति रुक सकती है।
समाज कल्याण विभाग में 165, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में 400 और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में 200 से अधिक छात्रों ने अपना आय प्रमाणपत्र लगाकर आवेदन कर दिया है। इस गलती को सुधारने के लिए शासन ने 10 फरवरी तक का समय दिया है।
जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामान्य वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति के लिए आवेदन स्वीकार किए जाते हैं। अब तक प्री-मैट्रिक छात्रों में 28,167 और पोस्ट मैट्रिक छात्रों में 76,568 ने आवेदन किया है।
प्री-मैट्रिक के एससी और सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 13 जनवरी थी। पोस्ट मैट्रिक के सामान्य वर्ग में आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी और अनुसूचित जाति वर्ग में 31 मार्च निर्धारित की गई है।
जिन छात्रों ने गलती से पिता की जगह स्वयं का आय प्रमाणपत्र अपलोड किया है, उनके लिए शासन द्वारा संशोधन के लिए समय सारिणी जारी की जाएगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपनी त्रुटियों को सुधार लें, ताकि छात्रवृत्ति प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में आवेदन पत्रों को जनपद स्तरीय समिति के स्तर से निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। संशोधन की अवधि में छात्रों को माता-पिता या अभिभावक के नाम से आय प्रमाणपत्र संशोधित करने का अवसर मिलेगा। छात्रों को संस्थाओं के माध्यम से सूचित किया जाएगा कि वे पिता के नाम से आय प्रमाणपत्र जारी कराकर उसे ऑनलाइन आवेदन में प्रयोग करें।
शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधक, प्राचार्य और प्रधानाचार्य को सूचित किया गया है कि दशमोतर छात्रवृत्ति योजना के तहत गलत आवेदन सुधारने की तिथि 5 फरवरी से 10 फरवरी तक निर्धारित की गई है, जबकि पूर्वदशम छात्रवृत्ति योजना के लिए संशोधित आवेदन पत्र 29 जनवरी से 3 फरवरी तक विद्यालय में जमा करने होंगे। इसके बाद, समय सारणी के अनुसार विद्यालय से आवेदन पत्र पुनः अग्रसारित किया जाएगा।