*युवाओं को नशा ले रहा अपनी आगोश में और नहीं कोई जिम्मेदार*
अशोक कुमार वर्मा
*लम्भुआ सुल्तानपुर*

घटनाओं में अधिकारी मामले जुड़े हुए होते हैं नशे से शराब ठेके पर होनी चाहिए बिक्री वहीं दूसरी तरफ युवा बर्बाद हो रहा है नई पीढ़ी मां-बाप से भी चोरी चुपके पहले तो सीखते हैं स्ट्रेंज पीना जो लगभग हर ठंडे की दुकान पर मिल जाया करता है जिससे भी नशा होता है जब इसका नशा कमजोर पडना शुरू होता है तब बच्चे शराब ठेके की तरफ रुख करते हैं
और देखने में अधिकतर यह आया है कि नशे की स्थिति में एक्सीडेंट हुआ और वह व्यक्ति बुरी तरह घायल हुआ किस्मत रही तो बचा अन्यथा अलविदा हो गया इन कर्म से तमाम परिवार बिखेर रहे हैं बर्बाद हो रहे हैं यदि आप किसी को रोकने टोकने की व्यवस्था करते हैं
तो यह भी इन कार्यों से उनके दुश्मन बन जाते हैं यदि सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले भविष्य में जनसंख्या बहुत तेजी से घटेगा वही आबकारी महकमा शराब के लिए छापेमारी गांव गांव करता है और इस प्रकार की व्यवस्था करने में क्यों फेल हैं शराब खरीदें और अपने घर ले जाकर पिए ऐसी दशाओं में यदि कोई दुर्घटना घटना घटती है तो ऐसे लोगों को किसी भी प्रकार से सरकार द्वारा दिए गए लाभ की कोई योजना नहीं मिलनी चाहिए सड़क दुर्घटना बीमा का भी लाभ नहीं मिलना चाहिए परिवहन विभाग द्वारा भी कहीं नहीं लिखा गया है कि
आप कहीं नशे की हालत में सड़क पर निकले कोई घटना दुर्घटना होती है तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार क्यों बने,
इन्हीं कारणों से एक और दुर्घटना लम्भुआ कोतवाली अन्तर्गत दियरा रोड पर हुई सोनू सुत राम सजीवन उम्र लगभग 27 वर्ष नशे की हालत में सड़क के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हुआ लोगों ने उसे उठाकर उसके घर मामपुर पहुंचाया और घर वाले अपने निजी साधन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लम्भुआ लेकर आए थाने से कोतवाली प्रभारी और उप निरीक्षक जसवीर सिंह भी अपने दल बल के साथ पहुंचे जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया तो सोनू ने पहले यह बताया कि मैं गोरेलाल निवासी रामपुर कुर्मीयाने और लंभुआ निवासी गुरु शरण वा राधेश्याम सुत दयाराम के साथ मैं शम्भुगंज गया था और मुझे कुछ-कुछ याद है कि मैं सकरसी तक भी गया था। सोनू ने इस दशा में यह भी बताया कि पहला शराब का पउवा मैं शाहगढ कुटीवा से खरीदा था। वहीं ग्रामीण और अड़ोसियों पड़ोसियों को पता लगने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लम्भुआ पर जमावड़ा लगता गया देख रहे चिकित्सकों ने महसूस किया कि शायद हड्डी टूटी है इस कारण सुल्तानपुर के लिए रेफर कर दिया इस घटना दुर्घटना के पीछे कहीं ना कहीं नशा ही जिम्मेदार है। वही नशे की स्थिति में यह भी सोनू ने अपने घर वालों को बताया कि मुझे चाकू से मारा गया है जबकि ऐसा कहीं कुछ देखने को नहीं मिला वहीं जो भी चोटे देखने को मिली वह सड़क पर घिसट जाने के कारण ही दिखाई दे रही थी।