*अज्ञात कारणों से महिला ने लगाई फांसी गंवाई अपनी जान*
*कोतवाली देहात सुल्तानपुर*

खुशबू जिसकी उम्र लगभग 24 वर्ष जिसने बृहस्पतिवार की शाम को अपने कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी परिजनों का कहना है कि हम लोग घर पर नहीं थे घर के सभी बच्चे बाहर रहते हैं पांच बच्चों में सिर्फ एक लड़की जो कमला नेहरू में बीए में पढ़ाई करती है और पति हितेश जिसकी उम्र लगभग 26 वर्ष और उनके ससुर गया प्रसाद कनौजिया जो दुर्गा कोल्ड स्टोर पर शाम छः बजे चौकीदार की नौकरी करते हैं जो की मौके पर नहीं थे हितेश बाजार कुछ काम से गया था जब वह घर लौटा तो देखा दरवाजा बंद है आवाज देकर खुलवाने का प्रयास किया दरवाजा न खुलने की दशा में जैसे-तैसे घर के अंदर प्रवेश किया और जरिए दूरभाष अपने पिता को भी संपर्क किया और घटना को बताया और मां कहीं जानवरों के लिए हरा चारा लेने की तलाश में बाहर थी आनंद आनंद में हितेश अपनी पत्नी खुशबू को लेकर जिला अस्पताल भागा जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने खुशबू को मृत घोषित कर दिया जब पूछा कि वहां से क्यों ले आए तो परिजनों ने कहा की डॉक्टर के पूछने पर यदि कुछ नहीं करना है तो ले जाओ घर घटना की जानकारी जब ससुराल वालों को दी गई खुशबू की मां श्यामा देवी और उनके गांव के और कुछ परिजनों वा गांव के भाई बन्धुओं के साथ रायचंद्रपुर आए और जब घटना की जानकारी के बारे में जानना चाहा तो 112 पर सूचना देकर पुलिस को बुलाया वहीं देर लम्भुआ तहसील से नायब तहसीलदार की मौके पहुंचे मौके पर पहुंचकर देर रात थाने भिजवाया वहीं थाने वालों ने थाने के गेट के बाहर लाश को एक गाड़ी में रखवाकर पंचनामी का कागज लिखना पढ़ना जिसमें काफी समय लग गया प्रातः लगभग 10:30 बजे लाश को सब विच्छेद हेतु लड़की पक्ष से आए लोगों के साथ विच्छेदन गृह भिजवा दिया वहीं पुलिस ने पूछताछ के लिए और तमाम जानकारी बटोरने के x घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की D.V.R को उठा लाये और हितेश को पूछताछ के लिए थाने पर रोक लिया गया और अपनी देखरेख में जिस कमरे में खुशबू रहा करती थी उसे कमरे में ताला बंद कर चाबी अपने पास रखते हुए मामले की तहकीकात में जुट गई।
वही श्यामा देवी वाइफ ऑफ दिनेश कुमार कनौजिया निवासिनी घोरहा थाना पीपरपुर जनपद अमेठी ने तहरीर देते हुए मुकदमा अपराध संख्या 321/24 दहेज उत्पीड़न जैसी संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। वही दोनों पक्षों ने पूर्व में हुए मुकदमे दर्ज का भी जिक्र कर रहे थे। जिसमें आज के ढाई वर्ष पहले दोनों पक्षों ने सुलह समझौते से विदाई कराई और खुशबू अपना जीवन व्यतीत करने के लिए राजी हो गई हितेश के द्वारा पत्नी पर आशंका जताने के कारण पहले भी वाद विवाद हुआ था दोबारा जब सुलह समझौता हुआ तो पत्नी के ऊपर शंका के कारण सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया और घर में ही शौचालय भी बनाया गया लेकिन शक कहीं न कहीं कुछ ना कुछ गड़बड़ी कर ही देता है हितेश का कहना है कि खुशबू के मोबाइल की कॉल डिटेल अवश्य आनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके गया प्रसाद कनौजिया के तीन बच्चे बाहर रहते हैं जिसका कारण पढ़ाई और नौकरी है।
शव विच्छेदन के बाद दोनों पक्षों की सहमति से धोपाप में अन्तिम संस्कार के लिए मृतका खुशबू का शरीर संस्कार करने के लिए ले आये। पुलिस ने अंतिम संस्कार में जाने के लिए हितेश को कोई सुविधा नहीं दी हितेश इस समय भी कोतवाली देहात पर मौजूद हैं
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