*लम्बा अरसा बीतने के बाद भी नहीं बन पाया पाखरौली का फ्लाई ओवर ब्रिज*
अशोक कुमार वर्मा लम्भुआ/सुल्तानपुर
 
कार्यदाई संस्था गायत्री प्रोजेक्ट द्वारा हनुमानगंज स्थित पाखरौली रेलवे स्टेशन पर एक फ्लाई ओवर का निर्माण होना था जिससे लम्बी दूरी की आवागमन को रेलवे क्रॉसिंग पर फंसें बिना लखनऊ से बनारस तक 
 जाने के लिए पुल निर्माण होना सुनिश्चित था लेकिन वह आज तक बिना बने ही NHI 731 पर कार्यरत गायत्री प्रोजेक्ट द्वारा यह कार्य सम्पादित होना था।
जाने के लिए पुल निर्माण होना सुनिश्चित था लेकिन वह आज तक बिना बने ही NHI 731 पर कार्यरत गायत्री प्रोजेक्ट द्वारा यह कार्य सम्पादित होना था।
जबकि यह कार्य पूरी तरह पूर्ण है और ना बीच में डिवाइडर पर ही गार्डिंग लगी है जिसके कारण आए दिन दुर्घटना हुआ करती है और सबसे समझने वाली बात यह है कि अलीगंज से बने टोल प्लाजा से बैती कला टोल प्लाजा भी मानक के अनुरूप नहीं बना है जनता के धान का दुरुपयोग हो रहा है जब सड़क ही अपूर्ण बनी है तब टोल की वसूली क्यों हो रही है। संसद को भी इस बात से अवगत कराया गया था सिर्फ कोरा आश्वसन ही मिला जबकि इस की दूरी मानक की कसौटी पर भी नहीं है
वही स्पेशल युवा एंटी करप्शन टीम के सलाहकार द्वारा सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को भी लिखा गया और केंद्र सरकार को भी अवगत कराया गया लेकिन आज तक कोई भी उचित कार्य न हो सका कार्य नियम के विरुद्ध है और टोल भी नियम विरुद्ध है बताना यह भी आवश्यक है गायत्री प्रोजेक्ट द्वारा बनाई गई सड़क जगह-जगह अभी टूट गई है 10 साल में सड़क का क्या हाल होगा यह समझदार समझें, सरकार में हो रहे इस भ्रष्टाचार को लेकर लिखना पढ़ना लगता है इसका कोई अर्थ नहीं होता है।

 
									 
		 
		 
		