*संदिग्ध परिस्थितियों में दरोगा की मौत, दरोगा की दो पत्नियों में शव लेने के लिए हुआ बवाल*

*संदिग्ध परिस्थितियों में दरोगा की मौत, दरोगा की दो पत्नियों में शव लेने के लिए हुआ बवाल*

 

*शव लेने के सही हकदार का नहीं हो सका निर्णय, पिता को बुलाकर शव किया गया सुपुर्द*

*संवाद–माता चरण पांडे*

 

 

जौनपुर जनपद के मछली शहर के रहने वाले दरोगा संजय पाठक की तैनाती उरई जिले की नगर कोतवाली में थी कुछ दिन पहले वह छुट्टी पर आए थे। यहां दूसरी पत्नी आराधना के पास आदिलनगर वाले घर में थे। सोमवार रात एकाएक हालत बिगड़ी। परिवारी जन अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगलवार को शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। सूचना पर गांव में रह रही पहली पत्नी चंद्र कुमारी, तीन बेटियां और बेटा आशीष भी आ गए। इसके साथ ही उनके पिता भी पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव के सुपुर्दगीनामा के दौरान दोनों पत्नियां आपस मेंभिड़ गईं।

 

नोकझोंक के बाद उनके बीच मारपीट शुरू हो गई। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने शव उनके पिता दयाशंकर पाठक के सुपुर्द किया। इसके बाद वह शव लेकर गृह जनपद चले गए। दरोगा संजय की पहली पत्नी चंद्रकुमारी परिवार के साथ जौनपुर पैतृक आवास में रहती थीं। वहीं, उन्होंने दूसरी शादी आराधना से वर्ष 2016 में की थी। आराधना के दो बच्चे अभिनव और अरनव है। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण कुछ आवश्यक और जांच कराई जा रही हैं। ताकि घटना के कारणों का सही पता चल सके।

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