*प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र लीलापुर के अंतर्गत सुंदरपुर में एक बेड पर तीन मौत मां के बगल रोता रहा 6माह का मासूम जांच में जुटी पुलिस*

*घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक डा अनिल कुमार व अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय सभी बिंदुओं की गहनता से जांच की*
अनिल मिश्र
प्रतापगढ़ जिले के थाना क्षेत्र लीलापुर अंतर्गत वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर स्थित सगरासुंदरपुर बाजार निवासी यशोदा देवी ने अपनी इकलौती बेटी आशा देवी की शादी रायबरेली कैपरगंज निवासी रमेश कुमार पटवा के साथ की थी। आशा मां के घर ही रहने लगी और दो साल बाद पति से अलगाव हो गया। आशा का 26 वर्षीय बेटा अंकित पटवा घर के बाहरी कमरे में कास्मेटिक की दुकान चलाता था।
बुधवार रात आशा, अंकित, अंकित की 22 वर्षीय पत्नी रिया और 6 माह का बेटा दूसरी मंजिल पर एक ही बेड पर सो रहे थे। जबकि आशा की 75 वर्षीय मनोरोगी मां यशोदा देवी पहली मंजिल पर चारपाई पर लेटी थी। गुरुवार सुबह 5 बजे दूध देने वाला पहुंचा तो दरवाजा बंद मिलने पर आवाज लगाने लगा।
पास रहने वाले मनोज पटवा भी पहुंचे और आवाज लगाई लेकिन जवाब नहीं मिला। सूचना पर पुलिस पहुंची तो लोग दरवाजा तोड़कर भीतर गए। आगे के कमरे में मनोरोगी यशोदा चारपाई पर पड़ी थी। लोग दूसरी मंजिल पर पहुंचे तो अंकित उसकी मां आशा और पत्नी रिया मृत पड़े थे। उनके मुंह से झाग निकल रहा था। जबकि 6 माह का बेटा रिया के शव से लिपट कर रो रहा था। पड़ोसी मनोज ने बेटे को उठा लिया सूचना मिलते ही सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर, एएसपी पश्चिमी संजय राय व पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार पहुंचे और छानबीन के बाद सभी के शव बाहर निकाले गए। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस बावत अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने बताया कि अंकित पटवा का दरवाजा सुबह 7.30 बजे तक नहीं खुला और बच्चे के रोने की आवाज आई तो पुलिस पहुंची। दरवाजा खोलकर देखा तो अंकित, उसकी मां और पत्नी का शव एक ही बेड पर पड़े थे। उनके नाक से झाग आ रहा था। किसी के शरीर पर कोई चोट नहीं है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई होगी।