शिक्षिका के सेवानिवृत्त सम्मान समारोह में फफक फफक कर रोए बच्चे

उच्च प्राथमिक विद्यालय नारायनपुर में आयोजित हुआ कार्यक्रम
अशोक वर्मा
लम्भुआ। उच्च प्राथमिक विद्यालय नारायनपुर में कार्यरत शिक्षिका सरोज सिंह के आज विद्यालय के अंतिम कार्य दिवस होने पर विद्यालय परिसर में सम्मान समारोह का आयोजन विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन अर्चन किया तत्पश्चात बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। बी ई ओ लम्भुआ ने कहा कि शिक्षक कभी सेवा निवृत्त नहीं होता वल्कि उसकी सेवाएं समाज को जीवन पर्यन्त मिलती रहती हैं समाज को आगे बढ़ाने में उसका योगदान प्रशंसनीय रहा है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ लम्भुआ के अध्यक्ष रणवीर सिंह ने कहा कि श्रीमती सरोज सिंह का आज विद्यालय में अंतिम कार्य दिवस है बत्तीस साल की सेवा निर्विवाद रूप से पूर्ण करते हुए आज ऐ सेवा निवृत्त हो रही हैं। मैं 27 साल से इन्हें जान रहा हूं इनसे हमने निर्भीकता व साहस के साथ अपनी बात को रखने का तरीका सीखा है बच्चों आप भी समाज में निर्भीक होकर अपनी बात साहस से कहना सीखें। संतोष सिंह प्रतापगढ़ी ने श्रीमती सिंह को आदर्श शिक्षिका बताया।सरोज सिंह ने अभिभावकों शिक्षकों,बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर समय मैं आपके साथ हूं जो भी भूल-चूक हुई हो उसे क्षमा करते हुए मेरी अच्छी आदतों को अपनाना उपस्थित छात्र छात्राएं गमगीन होकर एक दूसरे को पकड़ कर फफक फफक कर रोना शुरू कर दिए बहुत कोशिश के बाद बी ई ओ ने उन्हें चुप कराया।इ प्रधानाध्यापक बालमुकुंद यादव ने सरोज सिंह की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक आदर्श प्रधानाध्यापक व आदर्श परिवार का मुखिया बताया। इस अवसर पर अशोक पाण्डेय, वेदप्रकाश दूबे नीरज दूबे पंकज सिंह विनोद तिवारी शिवकुमारी वर्मा दिनेश चन्द्र शर्मा विवेक उपाध्याय सौरभ दूबे आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र कुमार कविराज ने किया