*झुके अधिकारी काफी मान मनव्वल से माने किसान,प्रस्तावित कार्यक्रम को किया निरस्त*
अशोक कुमार वर्मा
भारतीय किसान यूनिटी (हिन्द) के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात सिंह की अगुवाई में तमाम ग्राम गांव से किसान पुरानी तहसील पर इकट्ठा हुए पहले से निर्धारित कार्यक्रम मुख्यमंत्री से मिल कर किसानो की समस्याओ को मुख्यमंत्री से मिलकर बताने के लिए
लम्भुआ रेलवे स्टेशन के लिए निकलने के लिए तैयार थी उपजिलाधिकारी लम्भुआ मंजुल मयंक ने पुरानी तहसील के प्रांगण मे पहुँच
कर किसानो के साथ साथ संगठन के पदाधिकारियो से वार्तालाप करके मनाने का प्रयास किया लेकिन किसान और पदाधिकारी मानने के लिए तैयार ही नहीं हुए किसान संगठन सांगठित होकर रेलवे स्टेशन लम्भुआ ट्रेन का इंतेज़ार करने लगे क्षेत्राधिकारी अब्दुस सलाम,लम्भुआ कोतवाली प्रभारी अखण्डदेव मिश्रा अपने दल-बल के साथ रेलवे स्टेशन पहुँच गए,उपजिलाधिकारी मंजुल मयंक,



*बड़े गजब की बात है, इसमें भी धोखा है, शिकायत करके जी भर लो अजी किसने रोका है*
आपको बताना आवश्यक होगा की किसान अपनी समस्याओ को लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करते है तो अधिकारी उन्हें रोक कर समय लेटे रहते है और किसानो की समस्याओ का निस्तारण नहीं हो पता, इसके पहले भी चाहे उपजिलाधिकारी दीपक वर्मा रहे हो, महेन्द्र श्रीवास्तव, वन्दना पाण्डेय,विदुषी सिंह,सभी ने किसानो से सिर्फ समय लिया और यहाँ से चलते बने अब उपजिलाधिकारी मंजुल मयंक को देखना है की किसानो की समस्याओ का निस्तारण कराने मे कितना तत्पर हो पाती है।