*प्रतापगढ़ पट्टी के अधिवक्ताओं को समझाने गए उपजिलाधिकारी पट्टी तनवीर अहमद खाली हाथ वापस लौटे*

पट्टी में अधिवक्ताओं की हड़ताल नौवे दिन भी जारी रही । इस दौरान अधिवक्ताओं को समझाने गए एसडीएम तनवीर अहमद खाली हाथ वापस लौट गये।अधिवक्ताओं के हड़ताल के चलते जहां प्रतिदिन वादकारी आकर वापस लौट जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ रजिस्ट्री कार्यालय बंद होने से लाखों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है।चार नवंबर सोमवार को तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस को बंद कराने के दौरान बीडीओ पट्टी की पिटाई कर दी गई थी। मामले में बीडीओ द्वारा दो अधिवक्ताओं को नामजद करते हुए 10 से15 अज्ञात के खिलाफ पट्टी कोतवाली में तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया तो अधिवक्ताओं द्वारा साथियों पर मुकदमा दर्ज करने को लेकर विरोध शुरू हो गया। सोमवार से शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन पिछले नौ दिनों से जारी है।मंगलवार को भी अधिवक्ता सुबह तहसील पहुंचने परतहसील कार्यालय बंद करवाने के साथ ही उसके मुख्य गेट पर बैठकर बार अध्यक्ष राधारमण मिश्रा के नेतृत्व में पूरे दिन प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान एसडीएम तनवीर अहमद, नायब तहसीलदार बृजेश कुमार के साथ अधिवक्ताओं से मिलकर उन्हें समझाते हुए मुकदमे की जांच में सहानुभूतिपूर्वक जांच करने का आश्वासन देते हुए प्रदर्शन समाप्त करने का आह्वान किया, लेकिन अधिवक्ता मुकदमे को स्पंज करने से कम किसी आश्वासन पर तैयार नहीं है।बार एसोसिएशन के महामंत्री अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा स्पंज किए बगैर हड़ताल समाप्त नहीं किया जाएगा। अधिवक्ताओ का कहना है की हड़ताल तब तक चलेगा जब तक मुकदमा वापस नहीं हो जाता वही मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने कहा की पूरे मामले की जानकारी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह को दी गई है अब उनके निर्देस पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर अजीत सिंह, वंश बहादुर सिंह, हर्ष नारायण सिंह, दिनेश सिंह, विनय चंद तिवारी, सुरेश सिंह राठौर, रवि सिंह, विवेक पांडेय, सुजीत तिवारी मनीष तिवारी, बिंदु पाठक, सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।

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