गोवंश की मृत्यु लंबी बीमारी के कारण हुई परंतु जिम्मेदार अधिकारियों ने कभी ध्यान नहीं दिया
इस प्रकार की कई गोवंश जोकि खुले में छूट कर चल रहे हैं जिनके पैर हाथ कटे हुए हैं या पैर में गैंग्रीन हो गया है आज शाम 5:00 बजे 1962 पर फोन किया परंतु व्यस्तता के कारण 1962 प्रतापपुर कमायचा अंतर्गत

पशुओं की देखरेख करने गया था समय पर ना पहुंचने पर मृत्यु हुई ईओ नगर पंचायत से बात होने के बाद तत्काल कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए जेसीबी भेज कर लगभग 7:30 बजे कराया गया नगर पंचायत की मुस्तैदी अच्छी लगी परंतु कैटल शेड का उपयोग ना करना भी दुखद है तमाम छोटा जानवर नगर पंचायत में टहल रहे हैं जिसकी शिकायत कई बार स्पेशल युवा एंटी करप्शन के सलाहकार के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री तक की गई है परन्तु जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं चाहे प्रशासक हो चाहे नगर पंचायत के ही अधिकारी कर्मचारी क्यों ना हो
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