उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे एक मंच पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक देखें गए 

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे एक मंच पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक देखें गए 
 सुशील कुमार शुक्ला
जिला संवाददाता-तीखी आवाज, लखनऊ

लखनऊ मे आज ईद के दिन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व डिप्टी सीएम बृजेश पाठक एक मंच पर नजर आए । दोनों नेताओं ने ऐशबाग ईदगाह मैदान मे ईद की मुबारकबाद देने पहुंचे थे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगभग 11:00 बजे पहुंचे थे, वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव 11:30 बजे पहुंचे थे। इस दौरान दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ। दोनों लोगों ने एक दूसरे का अभिवादन किया ।
इसी दौरान मीडिया से बातचीत में, एक बार फिर अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया । कहां रामराज्य, “समाजवाद तभी संभव हैं । जब जातीय जनगणना हों। जातीय जनगणना होने से सबका साथ सबका विकास होगा। जातीय जनगणना से ही भाईचारा आएगा । जातीय जनगणना से भेदभाव खत्म होगा, जातीय जनगणना से ही लोकतंत्र मजबूत होगा । जातीय जनगणना से ही समाजवाद आएगा। जातीय जनगणना से ही रामराज्य आएगा।
निकाय चुनाव से जुड़े सवालों पर अखिलेश ने कहां है ,कि चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। लखनऊ ,आगरा, कानपुर और इलाहाबाद जैसे बड़े शहरों को भाजपा सरकार ने कूड़ा बना दिया है। भाजपा सरकार ने सपना दिखाया था की स्मार्ट सिटी बनाने का, तो दूर शहरों में आम लोगों सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। भाजपा के लोग झूठ बोलते हैं। राजधानी में तो सुंदरीकरण हुआ है। वह सपा की देन है। भाजपा कभी कूड़ा नहीं खत्म कर सकती,क्योंकि वे लोग कूड़े को पसंद करने वाले लोग हैं।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ईदगाह में ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में सबका साथ सबका विकास से काम हो रहा है। खासकर यूपी में मुस्लिम भाई बहनों को जीवन स्तर पर बदलाव लाने के लिए हमारी सरकार काम कर रही है । हम सभी मुस्लिम भाई बहनों को ईद के पावन पर्व पर बहुत-बहुत बधाई देते हैं। वही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि योगी सरकार जनता की समृद्धि के लिए ईमानदारी से काम कर रही है। प्रयाग में अतीक व अशरफ हत्याकांड पर उन्होंने कहा की सरकार बहुत तेजी से इस मामले की जांच कर रही है।
ईद में यह पहला मौका नहीं है। जब अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया है। सपा सुप्रीमो लगातार जाति जनगणना का मुद्दा उठा रहे हैं। फरवरी में बजट सत्र के दौरान सदन में भी अखिलेश यादव जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया था । उन्होंने इस मसाले पर विपक्ष के सहयोग को भी साथ लाने की कोशिश की थी। अखिलेश ने कहा था , सबका साथ सबका विकास तभी होगा जब जातीय जनगणना होगी। हमें पता होना चाहिए हम कितने हैं हमारी संख्या कितनी है।दरअसल सपा के लिए चुनावी मंत्र एमवाई फैक्टर यानी यादव और मुस्लिम के आसपास ही आका जा रहा है।
लेकिन एक्सपर्ट बताते हैं कि अखिलेश अब सभी पिछड़ी जातियों की राजनीति करना चाहते हैं। इसकी वजह 2014 व 2019 लोकसभा या फिर 2017, 2022 विधानसभा चुनाव । भाजपा पिछड़ी जातियों के वोट बैंक पर पकड़ बना सत्ता तक पहुंची है। ऐसे में अखिलेश पिछड़ी जाति के वोट बैंक पर सेंध लगाना चाहते हैं।

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