*इलाज के दौरान अधिवक्ता की हुई मौत*
तीखी आवाज़
रिपोर्टर. प्रेम शर्मा

जौनपुर भूमि विवाद में अधिवक्ता को लात और घूंसो से जमकर पिटाई कर दी गई| आरोप है कि इसके बाद उन्हें जबरन जहर दे दिया गया |अधिवक्ता को गंभीर हालत में चिकित्सालय में भर्ती कराया गया| 26 दिसंबर गुरुवार को उनकी मौत हो गई |अधिवक्ता की मौत के पहले एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने सात लोगों पर मारने पीटने और जहर देने का आरोप लगाया है| आरोपियों में एक दरोगा भी शामिल हैं| पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है |
आपको बता दें कि मामला खुटहन थाना क्षेत्र अंतर्गत खुटहन गांव का है| इसी गांव के रहने वाले 45 वर्ष के मनोज सिंह पेसे से अधिवक्ता हैं| उनका अपने पड़ोसियों से बाग की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था| परिजनों के अनुसार 23 दिसंबर को पुलिस की मौजूदगी में राजस्व टीम ने जमीन का सीमांकन किया था| आरोप है कि 24 दिसंबर को जब अधिवक्ता मनोज सिंह तहरीर देने जा रहे थे, तो आरोपियों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और लात घूंसो से पीटना शुरू कर दिया| और यह भी आरोप है कि उन्हें जबरन जहर पिला दिया गया| इसके बाद आरोपी फरार हो गए |जहर पीने से उन्हें उल्टी होने लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़े| लोगों ने परिजनों को सूचना दी परिजन मौके पर पहुंचे और उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए यहां उनकी हालत गंभीर होने पर वाराणसी बीएचयू रेफर कर दिया गया| अस्पताल ले जाते समय अधिवक्ता मनोज सिंह का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह कह रहे हैं कि पड़ोसियों ने उन्हें घेरकर मारा, हम चिल्ला रहे थे सबने उन्हें लात- घूंसो से पीटा| हमें जबरदस्ती जहर दे दिया उन्होंने पड़ोसियों के अलावा खुटहन थाने पर तैनात SSI पर गंभीर आरोप लगाए |वीडियो सामने आने पर पुलिस एक्टिव हो गई| वीडियो के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है| मामले की जांच शुरू कर दी गई है| घटना के तीसरे दिन मनोज की मौत के बाद पुलिस ने गांव में तीन थानों की पुलिस तैनात कर दी है |एसपी सिटी, क्षेत्राधिकारी, एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया| पुलिस ने बताया कि गंभीर आरोप है जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी|