*तहसीलदार और पेशकार की मिलीभगत से सैकड़ो फाइलें महिनों से आदेश की प्रतीक्षा में लंबित ,मोटी रकम का इंतजार*
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माता चरण पांडे
*संवाददाता तीखी आवाज 24.com मछलीशहर*
मछली शहर तहसील में सैकड़ो पत्रावली आदेश के चक्कर में लंबित पड़ी है ।तहसीलदार अजीत कुमार और पेशकार महेंद्र सिंह को जिस पत्रावली में मोटी रकम मिल जाती है उस पत्रावली मे आदेश बाहर आ जाता है ।और जिस पत्रावली में पेशकार व तहसीलदार को पैसा नहीं मिलता वह पत्रावली आजकल आजकल करके रोक दी जा रहीं हैं। जबकि शासन की मंशा के अनुसार धारा 34 की पत्रावलियों में निश्चित समय सीमा के अंदर दाखिल खारिज करने का आदेश शासन से उत्तर प्रदेश के सभी तहसीलों को हुआ है किंतु मछलीशहर तहसील में शासन के आदेश के विरुद्ध तहसीलदार व पेशकार द्वारा बनाए गए नए कानून के तहत जिस पत्रावली में अच्छी खासी रकम मिल जाती है उस पत्रावली में आदेश तुरंत कर दिया जाता है और जिस पत्रावली में कम पैसा मिलता है वह पत्रावली आजकल आजकल करके महीनों तक रोक दी गयी है।
ऐसे ही धारा 34 उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 के तहत एक साधारण पत्रावली सुशीला बनाम अजय साकिन मौजा जमालपुर परगना घिसुआ के बाबत दिनांक 9/7/2024 को तहसीलदार प्रशासनिक न्यायालय के द्वारा आदेश में ली जाती है लेकिन अभी तक पत्रावली में तहसीलदार अजीत कुमार व पेशकार महेंद्र कुमार सिंह द्वारा पत्रावली में ना ही कोई आदेश पारित किया गया और ना ही आज तक न्यायालय द्वारा ना कोई तिथि निर्धारित की गई बल्कि पेशकार महेंद्र सिंह द्वारा वादकारी के अधिवक्ता को अंधकार में रखकर 21 दिनों तक आदेश के लिए आजकल आजकल करता रह गया कि आप धीरज बनाइए आपकी पत्रावली में आदेश हो जाएगा लेकिन जब 21 दिन बाद उक्त पत्रावली में आदेश नहीं आया और तहसीलदार अजीत कुमार का ट्रांसफर 31/7/24 को होने के बाद अनुसेवक पद पर कार्यरत महेंद्र कुमार सिंह को तहसीलदार अजीत कुमार द्वारा नियुक्त किये गये पेशकार से वादकारी व अधिवक्ता को अलूल जलूल बात कर शासन द्वारा दिए गए आदेश पर मनबढ़ पेशकार व अधिकारियों द्वारा सरकार के आदेशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है।