*चंदवक थाने से एक शर्मसार करने वाला मामला*
*शहीद हेड कांस्टेबल दुर्गेश सिंह को दी जाने वाली धनराशि को डकार गया पुलिसकर्मी, निलंबित*
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अरुण कुमार जायसवाल ( जिला ब्यूरो)
चंदवक थाने में एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है जहां एक पुलिसकर्मी अपने (सहकर्मी भाई) शहीद पुलिसकर्मी को दी जाने वाली राशि को खुद डकार गया, मामला उजागर होने के बाद पुलिस अधीक्षक जौनपुर डॉक्टर कौस्तुभ ने उसे निलंबित कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार चंदवक थाने पर तैनात पुलिसकर्मी ने शहीद हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह की पत्नी की मदद के नाम पर लोगों से 4 लाख रुपये जमा किए। इस राशि को उन्होंने शहीद की पत्नी को न देकर खुद हजम करना चाहा। आपको बता दें बीते कुछ दिन पहले 17 मई को हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह की खुज्जी मोड पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान पशु तस्करों ने पिकअप से कुचलकर हत्या कर दी थी। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। जौनपुर पुलिस ने बाद में मुठभेड़ में आरोपी तस्कर को मार गिराया था।
केराकत, गौराबादशाहपुर और चंदवक थाने के क्षेत्र के लोगों ने सहानुभूति में अपने हाथ आगे बढ़ाए और मदद के लिए पैसे दिए थे। जब उन्हें पता चला कि पैसे शहीद की पत्नी तक नहीं पहुंचे, तो पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ से शिकायत की। एसपी ने क्षेत्राधिकारी सदर देवेश कुमार सिंह को जांच सौंपी।
जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी पुलिसकर्मी अजय कुमार राव को रविवार को निलंबित कर दिया गया है। तथा क्षेत्राधिकारी सदर को विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। एक तरफ पुलिसकर्मी के परिवार पर आफत, दूसरी तरफ रोते बिलखते परिवार की मदद को कौन कहे, जनता के द्वारा प्रदत्त मदद स्वरूप धन को डकार जाना इससे बड़ा घृणित व निंदनीय और कौन सा कार्य हो सकता है?