*प्रतापगढ़ डीएम शिव सहाय अवस्थी ने सीएचसी रानीगंज का किया औचक निरीक्षण डाक्टरों व कर्मचारियों में मचा हड़कंप*
*डी एम ने फार्मासिस्ट को किया निलंबित 6 डॉक्टर और कर्मचारी अनुपस्थित मिले सभी के ऊपर कार्यवाही के आदेश*
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रानीगंज का औचक निरीक्षण किया गया, डीएम के अचानक निरीक्षण से सीएचसी के डॉक्टरों और कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सीएचसी गेट के सामने अवैध रूप से तीन मेडिकल स्टोर संचालित थे जिस पर डीएम ने तत्काल मेडिकल स्टोर को सीज करने व दवाओं को जब्त करने तथा सम्बन्धित ड्रग इन्सपेक्टर को लिखित चेतावनी जारी करने का निर्देश दिये गये।डीएम ने सीएमओ के द्वारा समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी किया जाये कि किसी भी सीएचसी/पीएचसी के सामने अवैध रूप से मेडिकल स्टोर संचालित न किये जाये, यदि ऐसा कोई करता है तो तत्काल मेडिकल स्टोर के संचालक के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाये। सीएचसी में आये हुये मरीजों से डीएम ने उनके स्वास्थ्य व मिलने वाली दवाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उसके उपरान्त दवा वितरण काउन्टर पर जाकर दवाओं की जांच की और स्टाक रूम में को देखा जो पीछे रैक लगी थी उनमें दवाओं के नाम अंकित थे परन्तु मौके पर कुछ रैकों में सम्बन्धित दवायें नही पायी गयी और पाया गया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा स्टाक रजिस्टर का सत्यापन नही किया गया है,निरीक्षण में पाया गया कि डा0 दिनेश सिंह 2 दिन ट्रामा सेन्टर में ओपीडी का कार्य करते है अन्य दिनों में सीएचसी में ओपीडी का कार्य करते है जिस पर डीएम ने निर्देशित किया डा0 दिनेश सिंह की नियुक्ति ट्रामा सेन्टर में ही कर दी जाये। सीएचसी में उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन किया गया तो सीएचसी के 03 डाक्टर रतीस कुमार मिश्रा, डा0 उपेन्द्र राय, डा0 वर्तिका सिंह तथा कर्मचारियों में डा0 सुषमा, डा0 आशुतोष पाण्डेय व डा0 हर्ष पाण्डेय अनुपस्थित पाये गये जिस पर सम्बन्धित डाक्टरों व कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने व 01 दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये। सीएचसी में बने शौचालय का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि दरवाजा टूटा हुआ है और साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नही है तथा निष्प्रयोज्य सामान पाये गये। सीएचसी में ओपीडी चलाने हेतु उपयुक्त स्थान नही मिला जिस पर निर्देशित किया कि नवनिर्मित भवन के हैण्डओवर होने पर ओपीडी कार्य सभी डाक्टर करें। निरीक्षण के दौरान जन औषधि केन्द्र में ताला लगा हुआ था जिस पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। सीएचसी में कितनी प्रकार की जांचे होती है अधीक्षक से पूछा गया तो उन्हें जानकारी नही थी।