*ब्लॉक दिवस के समय अवधि के दौरान करते रहे मीटिंग नहीं सुनी फरियादियों की फरियाद*

*ब्लॉक दिवस के समय अवधि के दौरान करते रहे मीटिंग नहीं सुनी फरियादियों की फरियाद*

अशोक कुमार वर्मा लम्भुआ सुल्तानपुर

*लम्भुआ -* प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा माह के प्रत्येक प्रथम व तृतीय बुधवार को ब्लॉक दिवस का आयोजन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में बुधवार को ही ब्लॉक दिवस मनाया जाता है ऐसी मनसा माननीय योगी आदित्यनाथ की है जिससे आम जनता का हित हो सके

और समस्याओं का समय रहते निस्तारण हो सके,लेकिन खण्ड विकास अधिकारी लम्भुआ पंकज गौतम माननीय योगी आदित्यनाथ के सपनों को पलीता लगाते हुए

दिखाई दे रहे हैं और पत्रकारों से अभद्रता करने में भी कोई संकोच नहीं कर रहे हैं ऐसा प्रतीत होता है

की तानाशाही इनकी रग रग में बसी है जब बुधवार को जनता दर्शन में जनहित की समस्याओं को सुनना सुनिश्चित कराया गया है तो शासन की मनसा को पलीता लगाने का काम क्यों किया जा रहा है,यदि आपको अपने अधिकारियों अथवा अपने मातहत की मीटिंग लेने का समय है तो किसी अन्यत्र दिन मीटिंग लेने की व्यवस्था बनाएं या जनता जनार्दन की बात सुनने के बाद ही मीटिंग करने का प्रावधान भी है। जब ब्लॉक दिवस हकीकत जानने सुल्तानपुर तक के तहसील क्षेत्र के पत्रकार मेराज अहमद पहुंचे तो देखा की ब्लॉक दिवस के समय अवधि के दौरान खण्ड विकास अधिकारी अपने अधिकारियों संग मीटिंग करते नजर आए और फरियादी जो फरियाद लेकर आए थे उनसे जब पत्रकार ने बात किया तो फरियादियों ने बताया कि साहब ने बाहर बैठने को बोला है और अन्दर नहीं जाने दे रहे हैं जिस वजह से फरियादियों को बाहर बैठने को मजबूर कर दिए गए जिसका साक्ष्य वीडियो रिकॉर्डिंग के रूप में मौजूद है,इस संबंध में जब पत्रकार ने बात करने का प्रयास किया तो खण्ड विकास अधिकारी ने यह कह कर बाहर कर दिया की जाइए बाहर बैठिए अथवा हमारे कार्यालय में बैठिए हम यहां से निपटने के बाद ही आपकी बात सुन पाएंगे,तब विषय गंभीरता से लेने का आ गया यह पत्रकार को क्यों रोक रहे हैं आखिरकार जनता का चौथा स्तंभ माना जाने वाला मीडिया वह उनके हाथों क्यों मजबूर होना चाहिए और उनकी कठपुतली बनना क्यों चाहे। लेकिन पत्रकारों से अभद्रता की भाषा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और हम कई पत्रकार इस समय सोशल ऑडिट की कवरेज कर रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो की ग्राम सभा में उत्पन्न है को रोकना चाहते हैं क्योंकि इसमें अधिकारियों की संलिप्तता है कहीं ना कहीं पोर्टल के माध्यम से अखबार के माध्यम से इस भ्रष्टाचार को बार-बार लिखा जा रहा है जिसके कारण पूर्व खंड विकास अधिकारी श्री सदानंद चौधरी का स्थानांतरण कर दिया गया और जब सोशल ऑडिट से संबंधित जिलाधिकारी से वार्ता हुई तो स्पेशल युवा एंटी करप्शन टीम के अध्यक्ष श्री राममणि तिवारी को बताया कि सोशल ऑडिट कि जिस तरीके से भ्रष्टाचार की बातें समाचार पत्रों के माध्यम से सामने निकल कर आ रहे हैं उसको देखते हुए जिले की ऑडिट को बंद करते हुए पुनः सोशल ऑडिट करायेजाने का निर्देश दिया।

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