करौंदीकला थाना स्थानीय नेताओं के दबाओ मे नहीं दर्ज करती मुकदमा
अशोक वर्मा(लम्भुआ) सुल्तानपुर
मनमर्जी के दरोगा दयाशंकर मिश्रा स्थानीय नेताओं के दबाव मे
मामला करौंदीकला थाने मे उपनिरीक्षक दयाशंकर मिश्रा स्थानीय नेताओं और माता लक्ष्मी के दबाव मे नहीं दर्ज होने देता मुकदमा मामला करौदीकला थाने के पहाड़पुर की रहने वाली महिला का लक्ष्मी की शादी 2015 मे नीरज मिश्रा उर्फ़ लाल पुत्र ब्रहम्देव मिश्रा से हुई थी शादी के कुछ सालो बाद से ही लक्ष्मी को उसकी सासु निर्मला,देवर अंगद मिश्रा,पति नीरज मिश्रा दहेज़ के लिए मारने पीटने लगे लक्ष्मी ने 2018 मे दहेज़ उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करवाई जो अभी भी न्यायलय मे विचाराधीन है उसके बाद भी आये दिन सासु देवर और पति मरता पीटता रहता है।जिसके खिलाफ लक्ष्मी ने नजदीकी थाने मे बीसो प्रार्थना पत्र दे चुकी है लेकिन स्थानीय नेताओं के दबाव मे कोई कार्यवाही नहीं हो सकी, हद तो तब हो गई जब 17 मार्च 2023 की साम को पति पीकर आया और सासु, देवर के साथ फिर मारने पीटने लगा और तो और बूटाक्स (जहर)पीलाकर जान से मरने का प्रयास करने लगे, किसी तरह जान बचाकर वो अपनी भाई से फ़ोन से संपर्क की भाई ने तत्काल फ़ोन से सुचना कोतवाली को दी पुलिस पहुंची तब जाकर उसकी जान बची थाने आकर तहरीर लिखित देने को कह के चली गई सुबह जब तहरीर देने महिला आई तो छुट भैयाओ की भीड़ इकट्टा हो गई और उपनिरीक्षक दयाशंकर मिश्रा ने महिला के ऊपर दबाव बनाते हुए अपने तरीके से बयान रिकॉर्ड किया और कहा अब मुकदमा नहीं लिखूंगा जाओ भागो यहाँ से,अफ़सोस नेताओं की नौकरी करने और उनकी अंगुली पर नाचने वाला यह दरोगा महिलाओ की हितैसी बन रही योगी सरकार से ही अपना बेतन लेती है महिला के भाई द्वारा पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर को फ़ोन से सुचना दी परन्तु भ्रस्टाचार मे लिप्त विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं किया बल्कि पीड़ित महिला के देवर और पति को थाने से ही छोड़ दिया, जिसकी शिकायत महिला ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, के साथ साथ महिला आयोग के अध्यक्ष को भी लिखित की है साथ ही करौदी कला थाने में तैनात उपनिरीक्षक दयाशंकर मिश्रा के साथ साथ सासु,देवर,पति,द्वारा अपनी हत्या की आशंका जताई है. धन्य हो सूबे की योगी सरकार और उनकी पुलिस।