*प्रतापगढ़ पट्टी में पाँच साल बाद शुरू हुई भव्य रामलीला, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ने किया शुभारम्भ*
*उपजिलाधिकारी पट्टी पूर्णेन्दु मिश्र व तहसीलदार पवन सिंह सहित क्षेत्र के संभ्रांत लोग रहे उपस्थित है*
अनिल मिश्र 
प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए पट्टी नगर में पाँच साल बाद एक बार फिर श्री हनुमान रामलीला समिति के तत्वाधान में भव्य रामलीला का शुभारम्भ हुआ। शुक्रवार की शाम रामनारायण इंटर कॉलेज के विशाल प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने दीप प्रज्वलन और पूजन-अर्चना के साथ किया। कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर पूर्व मंत्री ने कहा कि
रामलीला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, आस्था और आदर्श जीवन मूल्यों की प्रतीक है। इस मंचन के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र से हमें त्याग, समर्पण और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। श्री हनुमान रामलीला समिति के अध्यक्ष दिनेश बहादुर सिंह उर्फ बुदुल सिंह ने बताया कि बीते पाँच वर्षों से विभिन्न कारणोंवश रामलीला का मंचन स्थगित था, लेकिन इस वर्ष क्षेत्रीय जनता के उत्साह और समिति के कार्यकर्ताओं के निबेदन पर पूर्व कैबिनेट मंत्री के प्रयास से पुनः यह परंपरा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दस दिनों तक अयोध्या से आए प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा श्रीराम चरितमानस के प्रसंगों का मंचन किया जाएगा।
इस अवसर पर नगर के उपजिलाधिकारी पट्टी पूर्णेन्दु मिश्र, तहसीलदार पवन सिंह व अन्य अधिकारी समेत भाजपा नेता ओम प्रकाश त्रिपाठी, नगर पंचायत अध्यक्ष रामगंज राकेश सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष पट्टी अशोक जायसवाल, प्रोफेसर अखिलेश पाण्डेय, विजयन्त शर्मा समेत क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने मंच पर पहुंचकर भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी की आरती उतारी तथा दर्शकों को शुभकामनाएँ दीं। रामलीला के प्रथम दिवस के मंचन में ‘श्रीराम जन्म’ और ‘विश्वामित्र यज्ञ रक्षा’ के प्रसंगों का मनोहारी चित्रण किया गया। अयोध्या से आए कलाकारों की शानदार संवाद अदायगी और जीवंत अभिनय ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। वहीं, मंच पर सजाई गई भव्य और मनोरम झांकी ने पूरे पंडाल का वातावरण भक्तिमय बना दिया। रामलीला परिसर में श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी रही। बच्चों और महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया। समिति की ओर से दर्शकों के लिए बैठने की उत्तम व्यवस्था, प्रकाश-सज्जा और सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।
