*सफाईकर्मी नहीं करते ड्यूटी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार गांव के बजाय ब्लॉक लम्भुआ कार्यलय में करते हैं कार्य, ग्रामीण परेशान अधिकारी मेहरबान*
अशोक कुमार वर्मा

तहसील क्षेत्र के ब्लॉक लम्भुआ के लगभग दर्जनों से अधिक ऐसे गांव हैं जहां पर सफाईकर्मी वेतन तो लेते है लेकिन ड्यूटी के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। जहां पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी पूरे देश में स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं वहीं पर स्वच्छता के नाम पर वेतन लेने वाले बिल्कुल भी काम पर नदारत रहते हैं, सफाईकर्मी की वजह से इनके ऊपर किसी की नजर नहीं पड़ती ही। इसी प्रकार ब्लॉक लम्भुआ में ग्राम पंचायतों की साफ सफाई में तैनात सफाईकर्मी कार्यलय का काम तो करते है, ग्राम पंचायत की साफ सफाई में तैनात सफाईकर्मी कार्यालय का कंप्यूटर आपरेटर, बाबू का काम रहे है साथ ही अन्य काम निपटाने में लगे हुए हैं लेकिन वे गांव की साफ सफाई का काम नहीं करते जिससे दर्जनों गांव के ग्रामीण परेशान हैं। जिले के जिलाधिकारी महोदय, मुख्य विकास अधिकारी महोदय, तथा डीपीआरओ साहब। एक नजर अपने जनपद के विकास खण्ड लम्भुआ के ग्रामीण सफाईकर्मियों पर डालें तो पता चलेगा कि कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। जिससे ग्रामीण गंदगी से बेहद परेशान रहते है। तथा विभिन्न प्रकार की बीमारियों की चपेट में आते रहते हैं।*
*सुल्तानपुर जिले के विकास खण्ड लम्भुआ कार्यलय में काई ग्राम पंचायतों की साफ सफाई के लिए पद पर है सफाईकर्मी ग्राम पंचायतों में नहीं बल्कि ब्लॉक कार्यालय में पानी पिलाने से लेकर कार्यलय के अन्य काम काज को निपटाने में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ये उच्च अधिकारियों की छवि को धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जहां पर उन्हें गांव में होना चाहिए वहीं पर वे ऑफिस का काम देख रहे है*
*सफाई कर्मचारी दोनों कार्यालय BDO व ADO पंचायत कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं सफाईकर्मी अपने काम पर नहीं जाते और वही सफाई कर्मी की ब्लॉक के क्षेत्रीय गांव में लगी डियुटी पर समय पर नहीं जाते हैं डियूटी करने आये दिन घूमते रहते हैं तहसील लम्भुआ, जिला मुख्यालय व्लाक पर। विकास खण्ड में जो ग्राम सभाएं हैं जिनमें लगभग 80 से गाँव के साफ-सफाई के लिए नियुक्त किए गए सफाई कर्मचारियों में से वर्तमान में सफाईकर्मी आज भी तैनात हैं। बावजूद सफाई कर्मचारियों के ग्राम पंचायतों में गंदगी फैली हुई है, जिसके कारण ग्रामीणों को स्वयं आगे आकर अपने घर के सामने और सड़क और नालियां साफ करनी पड़ रही है, गांव में सार्वजनिक स्थानों का स्कूलों का समय से साफ सफाई भी नहीं हो पाती। ब्लॉक लम्भुआ के कई ऐसे ग्राम पंचायत है जहां सफाई कर्मचारी समय से ड्यूटी पर जाते ही नहीं है और ना ही करते हैं गांव में साफ सफाई अपने मन से आते हैं और अपने मन से चले जाते हैं और बात करने पर राजनैतिक दलों का सहारा लेने लगते हैं।*
एक सर्वे पर ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव में पिछले महीने से कोई सफाईकर्मी नहीं आया है जिससे परेशान हम लोगों ने स्वयं ही हाथों में झाडू उठा ली और खुद ही रास्ता और घर के सामने नाली का कचरा साफ कर रहे हैं। लगभग 3 से 7 सफाई कर्मचारी है पहले वह सफाई कर्मचारी है ,ADO पंचायत सहायक के कामकाज और कागज को देखते हैं देख-रेख करते हैं और मोहर लगाते हैं कागज पर और वही लगभग दो ऐसे सफाई कर्मचारी हैं जो कंप्यूटर ऑपरेटर आइजीआरएस की रिपोर्ट और भी काम देखते हैं की पद जो कंप्यूटर ऑपरेटर पद का कार्य निभा रहे हैं और ब्लॉक के हर गांव में ग्राम विकास अधिकारियों के देख रेख मे गाँव में एक-एक सफाई कर्मचारी की गई नियुक्त है। वहीं जिले के विकास खण्ड लम्भुआ में बैठे खण्ड विकास अधिकारी के व्दारा लगभग 5 सफाई कर्मियों से अपने कार्यलय की ड्यूटी कंप्यूटर ऑपरेटर का काम और आईजीआरएस का और भी काम करावा रहे हैं खण्ड विकास अधिकारी के कार्यालय में कर रहे हैं डियूटी कागज में लगी है गांव में सफाई कर्मचारियों डियूटी । यही नहीं कई गांव के प्रधान ने अपने ही घर की साफ सफाई करवाते हैं सफाई कर्मियों व्लाक में लगभग 80 ग्राम पंचायत है सभी सफाईकर्मी है लगभग कई सफाई कर्मी अलग-अलग गांव में तैनात है ड्यूटी के लिए गांव लेकिन ग्राम प्रधान की सहयोग से सफाई कर्मचारी ग्राम प्रधान के कहने पर उनके आसपास की जाती है साफ सफाई। खबर सूत्रो के हवाले जल्द ही खबर में सफाई कर्मचारियों का क्षेत्र व नाम भी प्रेसित कर दिया जायेगा। अब प्रश्न यह उठता है कि गांव में इनके कम ना करने के पीछे ग्राम प्रधान, ADO पंचायत, BDO या किसका हाथ है किसके ऊपर कब कौन कैसे कार्यवाही होती है, या इस विभाग में छुपे इतने बड़े भ्रष्टाचार को जिलाधिकारी महोदय संज्ञान में लेकर कैसे सुधारते है।
लम्भुआ विकासखण्ड का चौकीदार मुख्यालय पर DDO अजय कुमार पांडे के आवास पर ड्यूटी दे रहा है
आखिर इन सफाई कर्मचारियों को जिले के बड़े अधिकारी कहीं संरक्षण तो नहीं दे रहे हैं
या वर्तमान की भाजपा सरकार तो नहीं मेहरबान