*गोशाला निर्माण में भ्रष्टाचार की बूः हैंडओवर से पहले ही क्षतिग्रस्त हुई नगर पंचायत ढकवा की गोशाला।*

*गौशाला निर्माण के समय भी मानक विहीन कार्य करने का लगाया गया था आरोप*
अनिल मिश्र 
प्रतापगढ़। नगर पंचायत ढकवा में पशुओं के संरक्षण और देखभाल के लिए लगभग 39 लाख रुपये की लागत से बनाई गई गोशाला में भ्रष्टाचार की परतें उजागर होने लगी हैं। आश्चर्य की बात यह है कि यह गोशाला अभी तक पंचायत को हैंडओवर भी नहीं हुई है, लेकिन इसके निर्माण कार्य की स्थिति पहले से ही जर्जर हो चुकी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रास्ते की इंटरलॉकिंग जगह-जगह से उखड़ चुकी है, फर्श टूटकर बिखर गई है, और पशुओं के चारा पात्र भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। वहीं, गोशाला परिसर में लगाए गए टीनशेड की दीवारों में अब दरारें पड़ गई हैं, जो निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया है कि गोशाला निर्माण में खुला भ्रष्टाचार हुआ है। निर्माण सामग्री में धांधली और घटिया माल के इस्तेमाल से करोड़ों की जनधनराशि बर्बाद हो रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गोशाला के हैंडओवर से पहले ही भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके। नगर पंचायत ढकवा में जनता अब इस मामले की सरकारी जांच की मांग उठा रही है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आगे ऐसे विकास कार्यों पर जनता का भरोसा उठ जाएगा इसके पहले भी इस गौशाला पर मानक विहीन कार्य होने की खबर चली थी। जिसकी जांच के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया था । और जांच भी हुई थी। जांच होने के बाद यह दशा है। यह एक शोचनीय विषय है। जबकि क्षेत्र के किसानों द्वारा लगातार गौशाला को चालू करने की मांग की जा रही है। आवारा पशुओं की वजह से आए दिन दुर्घटना हो रही है। और किसानों को रात-रात भर जागकर अपनी फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। कुछ दिन पूर्व ढकवा बाजार में क्षेत्र भ्रमण पर आए पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह से गौशाला को चालू करने की बात क्षेत्र वासियों द्वारा कही गई थी। पूर्व मंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों से बात कर जल्द से जल्द गौशाला हैंडोवर करने की बात कही गई थी। देखना है संबंधित अधिकारियों द्वारा क्या निर्णय लिया जाता है। इस संबंध में नगर पंचायत ढकवा ईओ अभिनव यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इससे संबंधित जो भी दोषी पाए जाएंगे जांच करवा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
 वहीं, गोशाला परिसर में लगाए गए टीनशेड की दीवारों में अब दरारें पड़ गई हैं, जो निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया है कि गोशाला निर्माण में खुला भ्रष्टाचार हुआ है। निर्माण सामग्री में धांधली और घटिया माल के इस्तेमाल से करोड़ों की जनधनराशि बर्बाद हो रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गोशाला के हैंडओवर से पहले ही भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके। नगर पंचायत ढकवा में जनता अब इस मामले की सरकारी जांच की मांग उठा रही है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आगे ऐसे विकास कार्यों पर जनता का भरोसा उठ जाएगा इसके पहले भी इस गौशाला पर मानक विहीन कार्य होने की खबर चली थी। जिसकी जांच के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया था । और जांच भी हुई थी। जांच होने के बाद यह दशा है। यह एक शोचनीय विषय है। जबकि क्षेत्र के किसानों द्वारा लगातार गौशाला को चालू करने की मांग की जा रही है। आवारा पशुओं की वजह से आए दिन दुर्घटना हो रही है। और किसानों को रात-रात भर जागकर अपनी फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। कुछ दिन पूर्व ढकवा बाजार में क्षेत्र भ्रमण पर आए पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह से गौशाला को चालू करने की बात क्षेत्र वासियों द्वारा कही गई थी। पूर्व मंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों से बात कर जल्द से जल्द गौशाला हैंडोवर करने की बात कही गई थी। देखना है संबंधित अधिकारियों द्वारा क्या निर्णय लिया जाता है। इस संबंध में नगर पंचायत ढकवा ईओ अभिनव यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इससे संबंधित जो भी दोषी पाए जाएंगे जांच करवा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

 
									 
		 
		 
		