*जौनपुर में प्रतिबंधित चाइनीज मांझा: सप्लायर गिरफ्तार*
*61 किलो से अधिक बरामद — लेकिन सवाल बड़े*
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*अरुण कुमार जायसवाल *
जौनपुर। प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की सप्लाई पर नकेल कसते हुए कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। मुखबिर की सूचना पर बोदकरपुर स्थित एक किराना/पतंग दुकान में दबिश देकर पुलिस ने अवैध चाइनीज मांझा बेचने वाले सप्लायर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
दुकान के संचालक मो. इब्राहिम उर्फ पप्पू अट्टा, पुत्र स्व. मो. फारुख उर्फ नवाब, निवासी बोदकरपुर, को मौके से ही हिरासत में लिया गया। दुकान से 125 बंडल चाइनीज मांझा, कुल 61.458 किलोग्राम, बरामद किया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ मु0अ0स0 367/2025 के तहत धारा 223 बी/293/125 बीएनएस तथा 5/15 पर्यावरण संरक्षण अधिनियम-1986 में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक प्रतिबंधित चाइनीज मांझा पक्षियों, दोपहिया वाहन चालकों और आम लोगों की जान के लिए गंभीर खतरा है। इसके बावजूद कुछ दुकानदार चोरी-छिपे इसकी बिक्री कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
बरामदगी टीम में प्रभारी निरीक्षक विश्वनाथ प्रताप सिंह, उ0नि0 सुनील यादव (चौकी प्रभारी राजकालेज), उ0नि0 आलोक त्रिपाठी (चौकी प्रभारी सिपाह), हे0का0 सोमेश कुमार, हे0का0 सुरेंद्र कुमार और का0 विनोद कुमार शामिल रहे।
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र के दुकानदारों में हड़कंप की स्थिति है। पुलिस का कहना है कि आगे भी इसी तरह की कार्यवाहियां जारी रहेंगी और प्रतिबंधित सामग्री बेचने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि—हर बार किसी बड़ी दुर्घटना या हादसे के बाद ही पुलिस सक्रिय क्यों होती है? चाइनीज मांझे पर अभियान शुरू होता है, गिरफ्तारियां होती हैं, कार्रवाई भी दिखती है, पर कुछ ही दिनों बाद मामले ठंडे बस्ते में चले जाते हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि इस तरह की कार्रवाई लगातार और कठोरता से चले, तो प्रतिबंधित चाइनीज मांझे का अवैध कारोबार पूरी तरह खत्म हो सकता है।
