*प्रतापगढ़ जेल में बंद माफिया चला रहा था तस्करी गैंग मानिकपुर पुलिस की सबसे बड़ी कार्रवाई*
*2 करोड़ से अधिक नकदी, गांजा और स्मैक बरामद गिरोह की मुखिया रीना मिश्रा व धंधे में लिप्त पांच सदस्य गिरफ्तार*
अनिल मिश्र
प्रतापगढ़। अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन प्रयागराज एवं पुलिस महानिरीक्षक रेंज प्रयागराज के मार्गदर्शन में, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ दीपक भूकर के निर्देशन तथा अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) बृजनन्दन राय एवं क्षेत्राधिकारी कुण्ड अमरनाथ गुप्ता के
पर्यवेक्षण/नेतृत्व में थाना मानिकपुर पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त एक अंतर्राज्यीय गिरोह के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही की गई। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने प्रेस वार्ता में बताया किथाना मानिकपुर पुलिस ने शनिवार को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त एक सक्रिय गिरोह के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही करते हुए
जेल में बंद गैंग सरगना राजेश मिश्रा के ठिकाने पर छापा मारा गया। दबिश के दौरान पुलिस ने उसके घर से 2,01,55,345 नकद, 6.075 किलोग्राम गांजा तथा 577 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद किया। गिरोह के सरगना की पत्नी रीना मिश्रा, पुत्र विनायक मिश्रा, पुत्री कोमल मिश्रा, रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा व यश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया। बरामदगी की कुल अनुमानित कीमत 3 करोड़ से अधिक आंकी गई है।
ज्ञात हो कि पहले भी राजेश और रीना के यहां 3,06,26,895.50 की कुर्की की जा चुकी है। मानिक पुर पुलिस ने मादक पदार्थ तस्कर गैंग की कमर तोड़ने का काम किया है इस कार्यवाही को थाना स्तर की अब तक की सबसे बड़ी तस्करी-रोधी छापेमारी माना जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में पता चला कि गिरोह का संचालन जेल में बंद राजेश मिश्रा द्वारा अपने परिवार के माध्यम से किया जा रहा था, जो नशे के कारोबार का नेटवर्क गांव और आस पास के क्षेत्रों तक फैला चुका था।
दबिश के दौरान जब पुलिस टीम घर पहुंची तो अभियुक्ता रीना मिश्रा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। जब दरवाजा खोला गया, तो वहां अंदर पांच लोग काले पनियों में मादक पदार्थ छिपाने का प्रयास करते पाए गए। तलाशी में गांजा, स्मैक और 2.01 करोड़ से अधिक नकदी बरामद की गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों स्वीकार किया कि वे लंबे समय से ने नाजायज मादक पदार्थों की खरीद फरोख्त कर रहे है और जेल में बंद राजेश मिश्रा इस गिरोह को जेल से ही निर्देश देता था। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि रीना मिश्रा व उसके पुत्र विनायक मिश्रा ने अपने पति राजेश मिश्रा की जेल से जमानत कराने के लिए एक व्यक्ति के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अदालत में प्रस्तुत किए और धोखाधड़ी से जमानत स्वीकृत कराया।
आरोपी रीना मिश्रा के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट व एनडीपीएस एक्ट समेत कई प्रकरण पहले से दर्ज हैं। वहीं, उसका पुत्र विनायक मिश्रा भी हाल में एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामलों में अभियुक्त है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह कार्रवाई संगठित गिरोह और अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है और इस तरह के अपराधियों पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। तस्करी के पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है अभी संभव है कि कुछ और अभियुक्तों पर कार्यवाही हो। गिरफ्तार अभियुक्त के नाम रीना मिश्रा पत्नी राजेश मिश्रा नि० मुन्दीपुर थाना मानिकपुर व विनायक मिश्रा पुत्र राजेश मिश्रा, व कोमल मिश्रा पुत्री राजेश मिश्रा व यश मिश्रा पुत्र अजीत कुमार मिश्रा तथा अजीत कुमार मिश्रा पुत्र पवन कुमार मिश्रा समस्त निवासी गण ग्राम मुन्दीपुर थाना मानिकपुर प्रतापगढ़ बताये गये। सभी आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी दी गई। प्रभारी निरीक्षक मानिकपुर नरेन्द्र सिंह मय हमराह उमेश प्रताप सिंह, अमरनाथ सिंह, संजय कुमार, अचिन्त्य शुक्ल, संतोष यादव, देवीदीन बुन्देला, अमित सिंह, राकेश कुमार, नरेन्द्र यादव, काशी राजभर, शिवशंकर, आकाश यादव, मगन शर्मा, रामचरन, रणजीत सिंह, दिव्या सिंह, भीमराव, का संजीव कुमार, रामलखन यादव, किरन बिन्द, रीतेश राणा, प्रीती, पिंकी यादव,, पूजा मय चालक दर्वेश कुमार सभी पुलिसकर्मी थाना मानिकपुर शामिल रहे। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर द्वारा टीम को 25,000/- का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
