*प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र रानीगंज के अंतर्गत प्रेमिका को फसाने के चक्कर में खुद ही फंसा डॉक्टर*
*लूट की रची झूठी साजिश पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल*
अनिल मिश्र
प्रतापगढ़ में गर्लफ्रेंड से पीछा छुड़ाने के लिए एक निजी डॉक्टर ने लूट की झूठी कहानी गढ़ी। पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए डॉक्टर आशीष गुप्ता और उसके साथी गोलू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को जेल भेज दिया गया है।पुलिस ने उनके पास से एक सोने की अंगूठी, दो मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की है। बरामद बाइक को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, फिजियोथेरेपी के निजी डॉक्टर आशीष गुप्ता की डेढ़ साल पहले शादी हो चुकी थी। शादी से पहले से ही वह एक लड़की से प्रेम प्रसंग में था। जब डॉक्टर की गर्लफ्रेंड ने उस पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया, तो डॉक्टर परेशान रहने लगा, क्योंकि उसकी पहले ही शादी हो चुकी थी। इसी दौरान, डॉक्टर आशीष ने अपने साथी गोलू के साथ मिलकर एक झूठी लूट की साजिश रची। उसका मकसद गर्लफ्रेंड और उसके परिजनों को इस मामले में फंसाना था। 26 अक्टूबर को डॉक्टर ने दावा किया कि क्लीनिक बंद कर घर जाते समय बाइक सवारों ने उससे सोने की अंगूठी, मोबाइल और नकदी लूट ली। लूट की घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में पता चला कि लुटेरा कोई और नहीं, बल्कि खुद डॉक्टर ही था। उसने अपनी गर्लफ्रेंड और उसके परिजनों को फंसाने के लिए यह झूठी साजिश रची थी।हालांकि, डॉक्टर अपनी गर्लफ्रेंड को लूट के मामले में फंसाने में असफल रहा, लेकिन खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया। इस घटना से उसके प्रेम प्रसंग का भी पर्दाफाश हो गया। एएसपी पूर्वी शैलेंद्र लाल ने बताया- झूठी लूट की कहानी का पर्दाफाश किया गया है। उन्होंने पुष्टि की कि यह पूरी साजिश गर्लफ्रेंड को फंसाने के लिए रची गई थी। पुलिस अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है।
